डिजिटल यूनिवर्सिटी ऑफ केरल और ईडीआईआई ने उद्यमियों और स्टार्टअप के लिए ब्लॉकचेन प्रोग्राम शुरू किया

ऑनलाइन पाठ्यक्रम का पहला बैच 7 जून को शुरू होगा
तिरुवनंतपुरम / May 12, 2021

डिजिटल यूनिवर्सिटी ऑफ केरल (डीयूकेने एक अनोखे ऑनलाइन “सर्टिफाइड ब्लॉकचेन स्टार्टअप प्रोग्राम” की शुरुआत करने की घोषणा की हैजो उद्यमियों और स्टार्टअप्स को अत्याधुनिक डिजिटल तकनीकों में अपने कौशल को बढ़ाने और उद्योगों को स्थापित करने में काफी मदद करेगा।

डिजिटल यूनिवर्सिटी ऑफ केरल (डीयूके) भारत का पहला डिजिटल विश्वविद्यालय है जो इस साल फरवरी में शुरू हुआ। डीकेयू यह कोर्स एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (ईडीआईआई), अहमदाबाद और केरल ब्लॉकचेन अकेडमी के सहयोग से शुरू करेगा।

यह प्रोग्राम कल डीयूके प्रजना (http://prajna.duk.ac.in/) के बैनर तले शुरू किया गया। यह डीयूके प्रजना का पहला कार्यक्रम है, जो नई अत्याधुनिक तकनीकों को आसानी से और सुविधाजनक रूप से सीखने के लिए एक ऑनलाइन मंच है। इस प्रोग्राम के तहत ब्लॉकचेन की मूल बातें बतायी जाएंगी और साथ ही इस बात से भी अवगत कराया जाएगा कि सरकार, बैंकिंग, आपूर्ति श्रृंखला, रियल एस्टेट, पर्यावरण और स्वास्थ्य सहित विभिन्न व्यावसायिक कार्यक्षेत्रों में इस तकनीक को कैसे लागू किया जाता है।

इस 14-दिवसीय वर्चुअल क्लासरूम ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्देश्य उद्यमिता से संबंधित मुद्दों, अवसरों और चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण से लोगों को लैस करना है। यह ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी क्षेत्र में स्टार्टअप स्थापित करने के लिए प्रमुख आवश्यकताओं के बारे में अपेक्षित जानकारी भी प्रदान करता है। यह दुनिया भर के लोगों को उद्यमिता में अपनी विशेषज्ञता प्रदर्शित करने और ब्लॉकचेन में व्यापार के अवसर स्थापित करने के उनके सपने को साकार करने में मदद करेगा।

इसका पहला बैच 7 जून को शुरू किया जाएगा, जिसमें पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर 35 प्रतिभागियों को शामिल किया गया है।

ईडीआईआई और केरल ब्लॉकचैन अकादमी (केबीए) के विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन आयोजित किये जाने वाले इस कोर्स में वैसे छात्रों, स्नातकों, बिजनेस प्रोफेशनलों और इच्छुक उद्यमियों को नामांकन दिया जाएगा, जो अपना स्टार्टअप स्थापित करना चाहते हैं या ब्लॉकचेन क्षेत्र में अपने मौजूदा व्यवसायों का विस्तार करना चाहते हैं।

वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस कार्यक्रम को आधिकारिक तौर पर शुरू किया गया। इस मौके पर डिजिटल यूनिवर्सिटी ऑफ केरल (डीयूके) के कुलपति डॉ साजी गोपीनाथ ने कहा कि उद्यमशीलता देश के आर्थिक विकास के पहिये के रूप में कार्य करते हुए रहन–सहन की गुणवत्ता में सुधार कर सकती है। “ब्लॉकचेन में एक परिवर्तनकारी तकनीक के रूप में कार्य करने की क्षमता है। यह प्रतिभाओं को ब्लॉकचेन क्षेत्र में लंबे समय तक कायम रहने वाले उद्यमी बनाने के लिए प्रौद्योगिकी और कौशल के साथ तैयार कर सकता है।”

ईडीआईआई के महानिदेशक डॉ सुनील शुक्ला ने कहा, “ब्लॉकचेन तकनीक भारत में बहुत ही आरंभिक अवस्था में है। कई उद्योग अभी भी इससे अनजान हैं या इसकी कारगरता को नहीं समझते हैं। हालांकि, यह एक उपयोगी तकनीक है जो बैंकिंग और वित्त, स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रियल स्टेट के लिए बहुत अच्छा साबित हो सकती है। इसलिए इस स्तर पर इस क्षेत्र में उद्यमिता का पोषण करना महत्वपूर्ण है।‘‘

यह कार्यक्रम उद्यमशीलता को समझने, स्टार्टअप को परिभाषित करने, खुद के टेक स्टार्टअप विचारों को विकसित करने, सही कानूनी नींव बनाने, स्टार्टअप मार्केटिंग, ब्रांडिंग, और फंड जुटाने की अवधारणा का भी विश्लेषण करता है। ऑनलाइन प्रशिक्षक की देखरेख में यह प्रशिक्षण शुरू किया गया है। यह प्रशिक्षण दुनिया के किसी भी हिस्से में बैठकर प्राप्त किया जा सकता है और इसकी मदद से विभिन्न उद्योग प्रौद्योगिकी को किस प्रकार अमल में लाकर अपने व्यवसायों को बेहतर बनाते हैं‚ इसके वास्तविक उदाहरणों का विश्लेषण करते हुए ब्लॉकचैन के विभिन्न उपयोग के मामलों में एक गहरी समझ पैदा करता है।

प्रशिक्षित उद्यमियों के पास ब्लॉकचैन डोमेन में अपने स्टार्टअप को स्थापित करने के लिए आवश्यक उद्यमशीलता और प्रबंधन कौशल के साथ तकनीक से संबंधित जानकारी होगी।

ईडीआईआई और केबीए, डिजिटल यूनिवर्सिटी ऑफ केरल (डीयूके) के नेतृत्व में, ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी में इसी तरह के और अधिक पाठ्यक्रम लाने की योजना बना रहे हैं।

डिजिटल यूनिवर्सिटी ऑफ केरल (डीयूके) के डीन (अनुसंधान एवं विकास) और केरल ब्लॉकचेन अकादमी के प्रभारी प्रोफेसर डॉ अशरफ एस ने कहा कि ब्लॉकचेन में लेन-देन की विशेषताओं को सत्यापित करने और बूटस्ट्रैपिंग में मदद करने और पारंपरिक मध्यस्थ की आवश्यकता के बिना बाजार को संचालित करने की क्षमता है।

उन्होंने कहा, “ब्लॉकचैन सहित डिजिटल वित्त प्रौद्योगिकियों ने ब्लॉकचेन डोमेन में गुणवत्ता पूर्ण उद्यमिता प्रशिक्षण के लिए बढ़ते अवसरों को सुनिश्चित किया है।“

ईडीआईआई – दक्षिणी क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ रमन गुजराल ने ब्लॉकचेन तकनीक जैसे प्रमुख क्षेत्रों की खोज करने वाले लोगों के लिए उद्यमिता कौशल को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

अधिक जानकारी और पाठ्यक्रम पंजीकरण के लिए, http://prajna.duk.ac.in/ पर जाएं।

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